पेज

गुरुवार, नवंबर 07, 2019

राज पिशाचो का शहर पर

देश मे जिस तरह से रोज हत्या ,बलात्कार और अपहरण हो रहा है,उससे लगता है  पूर देश
मे अपराधियो का बोल बाला हो गया है कही पर भी क़ानून नाम की कोई  वस्तु रह ही नही
गयी है या अपराधियो ने कानून को अपनी रखैल और  पुलिस को  साला समझ लिया है |दोनों
में अच्छी साठ- गाठ हो गयी है ,पुलिस अपराधियों को  बचाती है और अपराधी उनकी ज़ेब
गर्म करते है| स्थति यह हो गयी लोग डर-डर घर के बहार कदम रखते है और  अपराधी  बे
खोफ  घूमरहे है |  लोगघर से निकलते है तो यह नही जानते है कि वह शाम को सकुशल वापस
घर लोटे गे कि नहीं,  लडकियों    और महिलायों के लिए तो हालत और भी ख़राब हो गए है
घर से निकलते  हि उनके उपर अनेक तरह के खतरे मंडराने लगते जिन में अपहरण और
बलात्कार  घटनाये सबसे जादा होती है  | | उनके  घर आने में देर हुयी कि नहीं घर
वाले  किसी अनिष्ट कि आशंका से घिर जाते है |चारो ओर जगल राज कायम हो गया है 
नैतिकता और मानवता को लोगो तिलांजलि दे दी है |इस माहौल को देखकर सादिख की  यह
लाइने याद आती  है--
जब  से हुआ है  राज पिशाचो का शहर में
जंगल में हमकों  खौफ नही अपनी  जान का |
                                                        

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें