नामकरण
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नाम देने वाले विद्वान का नाम
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टिप्पणी
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चारणकाल 643से1200
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ग्रियसन
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नाम का कोई ठोस आधार नहीं
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प्रारम्भिक काल
643से1387
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मिश्रबंधु
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साहित्यिक प्रवृत्ति का धोतक नही |यह सामान्य संज्ञा
है जो हिन्दी भाषा के प्रारम्भ को बताता है |
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वीरगाथा काल
1050से1375संवत
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आ.रामचन्द्र शुक्ल
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आश्रयदाता राजा के वीरतापूर्ण कार्यों का चारण कवियों के
द्वारा वर्णन करना | इन रचनाओं को रासो
काव्य कहते है |
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सिद्धसामंत काल
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राहुल सांस्कृत्यायन
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इस युग में सिंध और सामंत का युग था
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बीजवपन काल
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महावीरप्रसाद द्विवेदी
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यह नाम तर्कसंगत नहीं हैक्योंकि इस समय साहित्य
अपने चरम विकास का समय था |
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वीरकाल
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विश्वनाथप्रसाद मिश्र
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यह रामचंद्र शुक्ल द्वारा दियें नाम का रुपान्तरण
है
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आदिकाल
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हजारी प्रसाद द्विवेदी
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आदिकाल प्रारम्भ का न होकर परम्परा के विकास का
सूचक है|आ.हजारी प्रसाद ने नवीन ताजगी और अपूर्व
तेजस्विता विशेषता है |
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संधिकाल एवं चारण काल
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डॉ.रामकुमार वर्मा
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कोई साहित्यिक प्रवृति नहीं है |
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