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मंगलवार, मई 12, 2020

हिन्दी साहित्य का नामकरण 1( दसवीं से चौदहवीं शताब्दी तक के समय का नामकरण )



नामकरण  
नाम देने वाले विद्वान का नाम

टिप्पणी

चारणकाल 643से1200  
ग्रियसन
नाम का कोई ठोस आधार नहीं
प्रारम्भिक काल
643से1387
मिश्रबंधु
साहित्यिक प्रवृत्ति का धोतक नही |यह सामान्य संज्ञा है जो हिन्दी भाषा के प्रारम्भ को बताता है |
वीरगाथा काल
1050से1375संवत
आ.रामचन्द्र शुक्ल
आश्रयदाता राजा के वीरतापूर्ण कार्यों का चारण कवियों के द्वारा वर्णन करना | इन रचनाओं को रासो काव्य कहते है |
सिद्धसामंत काल
राहुल सांस्कृत्यायन
इस युग में सिंध और सामंत का युग था
बीजवपन काल
महावीरप्रसाद द्विवेदी
यह नाम तर्कसंगत नहीं हैक्योंकि इस समय साहित्य अपने चरम विकास का समय था |
वीरकाल
विश्वनाथप्रसाद मिश्र
यह रामचंद्र शुक्ल द्वारा दियें नाम का रुपान्तरण है
आदिकाल
हजारी प्रसाद द्विवेदी
आदिकाल प्रारम्भ का न होकर परम्परा के विकास का सूचक है|आ.हजारी प्रसाद ने नवीन ताजगी और अपूर्व
तेजस्विता विशेषता है |
संधिकाल एवं चारण काल
डॉ.रामकुमार वर्मा
कोई साहित्यिक प्रवृति नहीं है |


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