कारक (परसर्ग) तो आप लोगो ने पढ़ा होगा इनकी संख्या कुल आठ होती है| इन्हीं में से पहला कारक कर्ता कारक और अंतिम कारक संबोधन कारक है जिनके आधार पर तत्पुरुष में भेद नहीं होता है | इसके अतिरिक्त बचे छह कारक के आधार पर तत्पुरुष के भेद होते है|
कर्म तत्पुरुष- को (द्वितीया पुरूष)
सुखप्राप्त-सुख को प्राप्त करनेवाला |
•माखनचोर-माखन
को चुरानेवाला
•मुंहतोड़-
मुँह को तोड़ने वाला
•करण तत्पुरुष- से
•नेत्रहीन- नेत्र से हीन
•रसभरा-रस से भरा
•सम्प्रदान
तत्पुरुष- के लिए
•रसोईघर- रसोई के लिए घर
•शरणागत-शरण के लिए आगत
•अपादान
तत्पुरुष- से
•पदच्युत – पद से अलग
•धनहीन- धन से हीन
•संबंध तत्पुरुष- का,की,के
•राजमहल- राजा का महल
•देश सुधार- देश का सुधार
•अधिकरण
तत्पुरुष- में,पै,पर
•पुरूषोत्तम-
पुरुषों में उत्तम
•कविश्रेष्ठ-
कवियों में श्रेष्ठ
•आपबीती-
आप पर बीती
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