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गुरुवार, जुलाई 16, 2020

सर्वनाम एवं सर्वनाम के भेद

संज्ञा के स्थान पर जिसका प्रयोग किया जाये उसे सर्वनाम कहते है |
सर्वनाम के कुल 6 भेद है|
1-पुरूष वाचक
2-निज वाचक 
3-अनिश्चयवाचक 
4-संबंधवाचक                
5-प्रश्नवाचक
6-निश्चयवाचक 

पुरूष वाचक सर्वनाम- पुरूष वाचक सर्वनाम में पुरूष या स्त्री किसी के भी नाम के बदले प्रयोग में हों |जैसे- मैं,आप,हम,तुम,तू,वे,ये,वह आदि
पुरूष वाचक सर्वनाम के तीन रूप है |
उत्तम पुरूष-किसी बात को कहने वाला| मै,हम,
मध्यम पुरूष- जो बात को सुन रहा है अर्थात श्रोता|तू ,तुम,आप
अन्य पुरूष- जिसके संबंध में बात कही जाये| वह अन्य पुरुष होता है |यह,वे,वह,ये,  
निश्चय वाचक सर्वनाम- जिस सर्वनाम से पास या दूर की वस्तु का निश्चित बोध हो|
यह पुस्तक अच्छी है|
वह गाय काली है | वे अच्छे इंसान नहीं है 
 अनिश्चय वाचक सर्वनाम- जो सर्वनाम किसी इस तरह की वस्तु के बारे में बताये जिसका कोई पता ठिकाना न हो या जिसके बारे में पता न हो |दूध में कुछ मिला है |
किसी को घर पर बुलाओं

           निज वाचक सर्वनाम 

निजवाचक सर्वनाम आप कर्ता के विषय में कुछ बताता है| परन्तु स्वयं कर्ता नहीं होता है |
आप जैसा समझे करें |
यह अपने आप हो गया
आप भला तो जग भला

प्रश्नवाचक सर्वनाम – जिस सर्वनाम से प्रश्न का बोध होता है उसे प्रश्न वाचक सर्वनाम कहते है |
1 वह क्या चाहता है? 2 तुम कैसे आये ?
3 कौन जाएगा ?  4 तुम क्या देख रहे हो ?
संबंधवाचक सर्वनाम – जहाँ पर दो वस्तुओं अथवा व्यक्तियों का पारस्परिक सम्बंध प्रकट होता है |
जो मेहनत करेगा,सो मीठा फल खायेगा |
जो तुम चाहे करो
जो बोओगे सो कटेगा |

 

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