बीट
रिपोर्टिंग
· किसी
खास क्षेत्र या विषय (बीट) से जुड़ी सामान्य खबरें।
· संवाददाता को उस क्षेत्र की बुनियादी
जानकारी होनी चाहिए।
· दैनिक
समाचारों पर केंद्रित।
बीट
रिपोर्टिंग एक
पत्रकार को किसी विशेष क्षेत्र (जैसे राजनीति, खेल) की नियमित खबरें लिखने के लिए
सौंपा जाता है। यह एक विशिष्ट क्षेत्र पर केंद्रित होता है और आमतौर पर दैनिक
समाचारों पर केंद्रित होता है।
विशेषीकृत
रिपोर्टिंग-
· किसी
खास क्षेत्र या विषय का गहरा विश्लेषण।
· घटनाओं, मुद्दों और समस्याओं का बारीकी से अध्ययन।
· पाठकों के लिए विषय का अर्थ स्पष्ट करना।
· रिपोर्टिंग के अलावा फीचर, टिप्पणी, साक्षात्कार आदि भी
शामिल।
· गहन ज्ञान और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती
है।
· पेशेवर पत्रकारों के साथ-साथ विषय विशेषज्ञ
भी कर सकते हैं।
विशेषीकृत
रिपोर्टिंग एक गहराई
से विश्लेषणात्मक लेखन है जो किसी विशेष विषय या क्षेत्र पर केंद्रित होता है।
इसमें घटनाओं, मुद्दों
और समस्याओं का बारीकी से अध्ययन शामिल है। यह सिर्फ तथ्य बताने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह
विषय के अर्थ को समझाने और पाठकों को सूचित करने का प्रयास करता है।
मुख्य अंतर:
- गहराई: बीट रिपोर्टिंग
सतही होती है, जबकि
विशेषीकृत रिपोर्टिंग गहन होती है।
- ज्ञान: बीट
रिपोर्टिंग के लिए बुनियादी ज्ञान पर्याप्त है, जबकि विशेषीकृत रिपोर्टिंग के लिए गहन ज्ञान और
विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।
- दायरा: बीट
रिपोर्टिंग दैनिक समाचारों तक सीमित होती है, जबकि विशेषीकृत रिपोर्टिंग का दायरा व्यापक होता
है।
- लक्ष्य: बीट
रिपोर्टिंग का लक्ष्य सूचना देना है, जबकि विशेषीकृत रिपोर्टिंग का लक्ष्य समझ विकसित
करना है।
उदाहरण:
- बीट
रिपोर्टिंग: एक खेल पत्रकार किसी मैच का लाइव कमेंट्री करता
है।
- विशेषीकृत
रिपोर्टिंग: एक खेल विश्लेषक किसी खेल की तकनीक और रणनीतियों
का गहरा विश्लेषण करता है।
मुख्य अंतर: विशेषीकृत रिपोर्टिंग बीट रिपोर्टिंग से
अधिक गहन,
विस्तृत और
ज्ञान आधारित होती है। बीट रिपोर्टर को उस क्षेत्र की बुनियादी समझ होनी चाहिए, जबकि विशेषीकृत रिपोर्टर को उस विषय पर गहन
ज्ञान और विशेषज्ञता होनी चाहिए।
डेस्क किसे
कहते है –
किसी
विशेष विषय के विशेषज्ञों के लिए
आवंटित स्थान डेस्क है | जहाँ उस
विशेष के सभी विशेषज्ञ एक साथ बैठकर उस
विषय पर पत्रकारिता के लिए सामग्री तैयार करते है |
पत्रकारिता में, "डेस्क" का मतलब है अलग-अलग विषयों के लिए बने अलग-अलग विभाग, जैसे कि शहर के समाचारों के लिए "सिटी डेस्क", खेल के लिए "स्पोर्ट्स डेस्क", और इसी तरह। हर डेस्क पर पत्रकारों की एक टीम होती है जो उस विषय से जुड़ी खबरें इकट्ठा करते हैं, लिखते हैं, और संपादित करते हैं।
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प्रश्न 1. पत्रकारिता जगत में बीट से आप क्या समझते
है ? बीट रिपोर्टिंग के लिए एक पत्रकार को क्या तैयारी करनी पड़ती है ? (2023 ,
पत्रकारिता की भाषा में 'बीट' जानकारी व दिलचस्पी के अनुसार कार्य विभाजन को कहते हैं। विभिन्न विषयों से जुड़े
समाचारों के लिए संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आम तौर पर उनकी दिलचस्पी और
ज्ञान को ध्यान में रख कर किया जाता है। मीडिया की भाषा में इसे ही बीट कहा जाता
है |
बीट रिपोर्टिंग के लिए, पत्रकार को विषय से संबंधित अधिक से
अधिक जानकारी जुटाने के लिए उचित स्रोतों का पता लगाना पड़ता है।
प्रश्न.2 समाचार पत्रों में विशेष लेखन से आप क्या समझते
है ? उदाहरण सहित उत्तर दें |2023
प्रतिदर्श प्रश्न पत्र ,
प्रश्न -3 बीट रिपोर्टिंग और विशेषीकृत
रिपोर्टिंग के अंतर को स्पष्ट करें | २०२२
प्रश्न -4
विशेष लेखन का आशय समझाए
उत्तर- अखबारों के लिए समाचारों के अलावा खेल, अर्थ-व्यापार, सिनेमा या मनोरंजन
आदि विभिन्न क्षेत्रों और विषयों संबंधित घटनाएँ, समस्याएँ आदि से
संबंधित लेखन विशेष लेखन कहलाता है|
पत्रकारिता में, विशेष लेखन सामान्य समाचारों से अलग, किसी विशिष्ट विषय पर गहन और विस्तृत लेखन से है। यह लेखन शैली विश्लेषण, व्याख्या, और गहन जानकारी प्रदान करती है, जो पाठकों को विषय की गहरी समझ प्रदान करने में मदद करती है।
प्रश्न 5 -समाचार पत्रों में विशेष लेखन की भूमिका स्पष्ट कीजिए
Answer: विशेष लेखन से एक ओर समाचार-पत्र में विविधता आती है तो दूसरी ओर उनका
कलेवर व्यापक होता है। वास्तव में पाठक अपनी व्यापक रुचियों के कारण साहित्य, विज्ञान, खेल, सिनेमा
आदि विविध क्षेत्रों से जुड़ी खबरें पढ़ना चाहता है, इसलिए समाचार-पत्रों में विशेष लेखन के
माध्यम से निरंतर और विशेष जानकारी देना आवश्यक हो जाता है।
प्रश्न 6 - डेस्क और बीट किसे कहते है ? इनका संबंध किनसे
है ?(202१-22) ,
उत्तर - दोनों का विशेष लेखन से
संबंध है
प्रश्न 8- विशेष लेखन में विशेषज्ञता किस
प्रकार हासिल की जाती है ?
उत्तर – (१) आजकल पत्रकारिता में “ जैक ऑफ़
ऑल ट्रेंड्स , बट मास्टर ऑफ़ नन ( सभी विषय
की जानकार लेकिन खास विशेषज्ञता) नहीं के स्थान “ मास्टर ऑफ वन “ पर जोर है |
(2) 12 वीं और स्नातक स्तर कि जानकारी हो या पढाई कि हो |
(3 ) संबंधित विषय
की ज्यादा से ज्यादा पुस्तक पढ़े
( 4) उस विषय
के शब्दकोश और इनसाइक्लोपीडिया आप के पास
अवश्य हो |
प्रश्न 9 -विशेष लेखन में डेस्क को समझाइये
?
प्रश्न 10 - विशेष लेखन का क्या आशय है ?
इसकी भाषा शैली कैसी होनी चाहिए और क्यों
( दिल्ली सेट १ 2022 )
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