शुक्रवार, अप्रैल 10, 2015

बारिश आयी बारिश आयी

बारिश आयी बारिश आयी
सब नदी नाले भर लाई ,कीचड़ पानी भरे पड़े है घर आगे पड़े पड़े है
घर बैठे बैठे  उब गये ,बैठ बैठे सूख गयें है
बच्चे बिन खेले न रह सके ,
परिवार को सताये बिन रह न सके |
व्यापारी सामान बेच न सके ,
ज्यादा सुख दे न सके |
बादल भईया बादल भईया अब तो रूक जाओ, हम बच्चे प्रार्थाना कर रहे है|
बारिश आयी बारिश आयी

सब नदी नाले भर लाई ,कीचड़ पानी भरे पड़े है घर आगे पड़े पड़े है||

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