ओ
माँ देखि जबसे दुनिया,.
तेरी ममता
ही पाई माँ ,
दरिया से बड़ा तेरा दिल
है मेरी माँ /
ये जीवन सुना तुझ बिन ‘
तेरे कदमो में
ज़न्नत माँ /
रब से मिली सबसे बड़ी
दें तू है माँ//
वो बचपन की यादें ,,
तेरी कही वो सारी बातें,
न बुरी बात आने दी पास,
न बुरी बात आने दी पास,
हर कदम पे रही मेरे साथ///
भगवन से कोई न मिला हैं .,
इसलिए माँ तू बनी है /
मैंने मन जो भी बना हु //
ये सब तेरी ही दुआ है///
इश्वर से मेरी यही है
आश!
हर जनम में रहू तेरे
साथ
हर जनम में रहू तेरे साथ !!!!
अमृता मिश्रा
xi विज्ञान (केंद्रीय विद्यालय डिब्रूगढ़ )
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