रविवार, जुलाई 17, 2016

विद्यार्थी के फेल होने पर मेमो मिलने पर उसके जबाब का नमूना


सेवा में
प्राचार्य
   म्भ्ह्हक्झक्झ्ह (ज्झ्झ)
विषय –

महोदय
सविनय निवेदन है कि उपरोक्त विषय के संदर्भ में ,मैं _________________ अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करता हूँ , जो कि निम्नलिखित बिन्दुओं से स्पष्ट किया जा रहा है :
    1  श्रीमान  यह सत्य है कि इस वर्ष एक विद्यार्थी दुर्भाग्य से  फेल हो गया है जिसका मुझे खेद है | पर प्रार्थी के द्वारा विद्यार्थी और विद्यालय के हित में जो भी संभव हो सका उसका पूरा प्रयास किया गया जिसके फलस्वरूप हिन्दी विषय के परिणाम में गुणात्मक सुधार हुआ है | प्रत्येक मास पढ़ाये व पूर्ण किये  गए पाठ्यक्रम से बच्चों के लिए क्लास टेस्ट का आयोजन नियमित रूप से किया जाता था , ताकि बच्चों का आत्मविश्वास बढे व छात्रों में व्याप्त  बोर्ड परीक्षा का भय दूर हो सके और बच्चे हिन्दी की बोर्ड परीक्षा में उत्तम परिणाम सुनिश्चित करें | महोदय क्लास टेस्ट में बोर्ड परीक्षा के प्रश्नों पर ही  निरंतर अभ्यास  करवाया जाता  था, जिसके परिणाम स्वरुप ही हिन्दी की  बोर्ड परीक्षा में 90 या 90 से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों कि संख्या 5 है व 80 या 80 से 89 अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की  सख्या 6 है|
२. महोदय प्रत्येक मास होने वाली अभिभावक अध्यापक बैठक (PTM) में अभिभावकों को छात्रों के परीक्षा परिणाम व  उपस्थिति से निरंतर  अवगत  करवाया जाता था | अभिभावकों से  विद्यार्थी के कमजोर पहलुयो के सुधार पर चर्चा कि जाती थी एवं उनसे बच्चों पर ध्यानदेने कोकहागया|
3  कक्षा परीक्षा एवं प्री बोर्ड के बाद जिन विद्यार्थीयों का परिणाम अच्छा  नहीं था,उनकेलिए छुट्टी के बाद अतिरिक्त कक्षा का आयोजननियमित रूप से कियागया इसमें भी बोर्डपरीक्षा के 10 वर्ष के प्रश्न पत्र को हल करवाया गया|
4.महोदय_____________________तकपूरापाठ्यक्रमसमाप्तकरकेसभीविद्यार्थीयोंको 10 प्रतिदर्श प्रश्नपत्र उपलब्ध करवाया गया  , जिनमे से पांच सेट उनको हल भी करवाया गया| जिससे उनके परिणाम में गुणात्मक सुधार हो सके |
5कई बार आवश्यकता पड़ने पर विद्यार्थी के घर पर जाकर भी संपर्क किया गया और उनकेघरवालोउसके अच्छेपरिणामकेलिएप्रयास करने हेतु  प्रेरित किया गया| इसी के परिणाम स्वरुप कई विद्यार्थी जिनका प्री बोर्ड में 50 से कम अंक था उनका अंक बोर्ड परीक्षा में 80 ऊपर अंक आया |
6 . प्री - बोर्ड परीक्षा परिणाम के उपरांत मैंने नियमित रूप से हिन्दी विषय की ब्लॉक पीरियड्स में अध्यापन का कार्य किया ताकि हिन्दी में कमजोर छात्रों के अच्छे अंक आ सके और बोर्ड की परीक्षा परिणाम में गुणात्मक सुधार सुनिश्चित हो पाए |
7  महोदय विभिन्न केंद्रीय विद्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय ,विभिन्न विद्यालयों एवं विभिन्न ZIET के द्वारा तैयार नोट्स के आधार पर नोट्स तैयार करके सभी छात्रो को लिखवाया |
8जोभीविद्यार्थीपढ़नेमेंकमज़ोरथेउनकानामकौंसलरकोदियागया|जिसके परिणाम स्वरुप परिणाम बहुत ही अच्छा रहा | प्री बोर्ड में 50 से कम पाने वाले छात्र 80 से उपर अंक प्राप्त किया |
 9 इसके अतिरिक्त एक अध्यापक के रूप जो कुछ भी संभव था वह मेरे द्वारा   किया|
 परन्तु अगर महोदय को लगता है कि  और भी कुछ किया जा सकता है तो उसे गया प्रार्थी को सुझाव देने की कृपा करें| जिसे प्रार्थी अपना कर्तव्य समझ कर सहृदय  स्वीकार  करेगा |
 महोदय प्रार्थीकेद्वाराजोप्रयासकियागयाउसकेफलस्वरूपहीकक्षा परिणाम में गुणात्मक रूप से सुधार हुआ  |इसके लिए  वर्ष ------ और ------- के आकडे तुलनात्मक रूप से प्रस्तुत हैं ----

2014-15
2015-16
नामांकित


उत्तीर्ण


पि आई


90-100


80-89



महोदय उपरोक्त आकड़े यह दर्शाते है कि प्रार्थी  के परिणाम में गुणात्मक सुधार हुआ है, यह सब केवल प्रार्थी के मेहनत और लगन के द्वारा ही संभव हो सका है  |
सधन्यवाद |


 दिनांक                                                           भवदीय

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