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सोमवार, दिसंबर 02, 2019

1853 का चार्टर अधिनियम

1- यह अधिनियम अंतिम चार्टर अधिनियम था |
2 - गवर्नर जनरल की परिषद के विधायी और प्रशासनिक कार्य अलग कर दिया गया ।
3-  परिषद पहली बार संसद की तरह व्यवहार करने लगी ।
4- गवर्नर जनरल की परिषद में 6 नए सदस्य जोड़े गए। जिन्हें पार्षद कहा जाता था ।
5 परिषद् में पहली बार स्थानीय प्रतिनिधित्व आरंभ किया गया । अर्थात परिषद में चार सदस्यों का चुनाव बंगाल, मद्रास , बंबई और मद्रास  की सरकारों के द्वारा किया जाना था। ।
6. इसी अधिनियम के कारण पहली बार (1854) भारतीयों को सिविल सेवा में जाने का मौक़ा मिला ।कह सकते है , पहली बार सिविल सेवा की भरती एवं चयन हेतु  खुली प्रतियोगिता आरम्भ की‌ गयी ।

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