1. श्रृगार का स्थायी भाव लिखिए| रति
2. निसदिन बरसत नयन हमारे | सदा रहति पावस ऋतु हम पै , जब ते स्याम सिधारे |वियोग श्रृगार
3. बतरस लालच लाल की, मुरली धरि लुकाय | सौहं करे , भौहानी हंसी, दैन कहै , नटि जाय ? में रस बताइए | श्रृगार रस
4. पत्तों से लदी डाल कहीं हरी ,कहीं लाल , कहीं घड़ी है उर में मंद – गंध- पुष्प – माल ,पाट – पाट शोभा श्री पट नहीं रही है| --- श्रृगार
5. विभाव कितने प्रकार का होता है ? २ प्रकार
6. मन मस्त हुआ फिर क्यों डोले ? हीरा पायो गांठ गठियायो , बार – बार वाको क्यों खोलो ? शांत
7. अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी ,आँचल में दूध और आँखों में पानी “ में कौन सा रस है ?इसका स्थायी भाव भी लिखो ? करुण रस (दुःख )
8. जशोदा हरि पालने झुलावे में कौन सा रस है ? वात्सल्य
9. अवधि अधार आस आवन की ,तन – मन बिथा सही ,अब इन जोग संदेसनि सुनि-सुनि बिरहिनि बिरह दही || वियोग श्रृगार
10. रानी विधवा हुई ,हाय विधि को भी दया नहीं आई | करुण
11. नकली व्यूह युद्ध की रचना और खेलना खूब शिकार सैन्य घेरना दुर्ग तोड़ना ये थे उसके प्रिय खिलवार | में कौन सा रस है ? वीर
12. अदभुत रस का स्थायी भाव क्या है ? विस्मय
13. अब प्रभु कृपा करहु एही भांति , सब तजि भजन करहु दिनराती “ में कौन सा रस है ? भक्ति
14वीभत्स रस का स्थायी भाव लिखे ? घृणा
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