बुधवार, जुलाई 22, 2020

पद परिचय


जिस प्रकार मैं अगर तुम्हारा परिचय पुछु तो तुम परिचय में अपना नाम,पिता का नाम, रहने का स्थान आदि बताते हो उसी प्रकार पद का परिचय पद का परिचय होता है |

जैसे – राम घर जाता है |

तो इसमें राम,घर,जाना पद है इनका व्याकरणिक परिचय ही पद परिचय है |

व्याकरणिक परिचय से तात्पर्य है-- वाक्य में उस पद की स्थिति बताना , उसका लिंग , वचन , कारक तथा अन्य पदों के साथ संबंध बताना।


पद मुख्यतः  पाँच प्रकार के होते हैं- संज्ञा , सर्वनाम , विशेषण , क्रिया तथा अव्यय । इन पदों का परिचय देते समय इनके प्रमुख तत्वों पर ध्यान देना आवश्यक है |

अत: पद परिचय से पहले हमें व्याकरण की जानकारी होनी चाहियें |जैसे संज्ञा ,सर्वनाम , कारक,वचन,लिंग,क्रिया,विशेषण,क्रिया विशेषण 

संज्ञा का पद परिचय
संज्ञा का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी होनी चाहिए :--
1.
संज्ञा का भेद
2.
लिंग 
3.
वचन
4.
कारक
5.
क्रिया के साथ पद का संबंध
राम घर जाता है |

राम – व्यक्ति वाचक, पुलिंग,एक वचन,कर्ता कारक,जाता क्रिया का करता

घर- जाति वाचक संज्ञा ,पुलिंग ,एक वचन,कर्म

 कारक,जाता क्रिया का कर्म| 

सर्वनाम का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:- 
1.
सर्वनाम का भेद उपभेद
2.
लिंग 
3.
वचन 
4.
कारक
5.
क्रिया के साथ संबंध

     राम  ने  उसे  मारा |

 उसे- पुरूष वाचक सर्वनाम(,एक वचन,लिंग- पुलिंग या स्त्री लिंग (कोई भी हो सकता है),कर्म कारक,

विशेषण का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:- 
1.
भेद,उपभेद
2.
लिंग
3.
वचन
4.
कारक
5.
विशेष्य
1.राजेश  तीसरी  कक्षा को पढ़ाता  है

तीसरी- संख्या वाचक विशेषण,स्त्री लिंग,एक वचन,कारक अधिकरण कारक, विशेष्य-कक्षा   



क्रिया का पद परिचय देते समय निम्नलिखित पहलुओं की जानकारी देनी चाहिए:-
1.
भेद (कर्म के आधार पर)
2.
लिंग 
3.
वचन
4.
धातु
5.
काल
6.
कर्ता का संकेत

राम घर जाता है
जाता- सकर्मक क्रिया, पुलिंग,एक वचन,वर्तमान काल,राम इसका कर्ता है 

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