पूर उत्तर प्रदेश मे जिस तरह से रोज हत्या ,ब्लात्कर और अपहरण हो रहा है,उससे
लगता है पूर उत्तर प्रदेश मे अपराधियो का बोल बाला हो गया है कही पर भी क़ानून नाम
की कोई वस्तु रह ही नही गयी है
या अपराधी क़ानून को अपनी रखैल समझ लिया है| |चारो ओर जगल राज कायम हो गया है लोग
घर से निकलते है तो यह नही जानते है कि वह शाम को सकुशल वापस घर लोटे गे कि नहीं
|घर आने में देर हुयी कि नहीं घर वाले किसी अनिष्ट
कि आशंका से घिर जाते है| लड़कियों के लिए तो हालत और ख़राब हो गए है घर से निकलते
हि उनके उपर अनेक तरह के खतरे मडराने लगते जिन में अपहरण और बलात्कार घटनाये सबसे
जादा होती है| किसी से झगडा हुआ तो
उसको सबक सिखाने का सबसे अच्छा तरीका है होगया है कि उसकी बेटी का अपहरण कर लो या
तो उसके साथ बलात्कार कर दो | वह साला वैसे हि शर्म से मर जाये गा | कब कहा से कोइ
पागल आशिक आजाये और प्रेम में नाकाम
होने पर प्रेमिका के उपर तेजाब फेक दे|अथार्त हर जगह पूर समाज में केवल जगल राज
आगया है नैतिकता और मानवता को लोगो तिलांजलि दे दी है|ऐसा लगता है कि सरकारों के
हाथ से कानून व्यवस्था नीकल गयी है
अपराधियों ने हर जगह अपनी पैठ बना लिया है| पर इन सब के लिए सरकार से ज्यादा हम
लोग जिमेदार है जिन्होंने अपनी मूल्य परक संस्कृति को त्याग दियाहै|जहा पर स्त्री
माँ बहन और बेटी होती थी पर आज
तो वहा एक वस्तु बन गयी है जहा पहले हम " या देवी सर्वभूतेषू स्त्री रूपेण
सन्सिथा" कहते थे वही अब हम कहते है तू चीज बड़ी है मस्त मस्त" जब हमने उसको चीज
बना दिया अथार्त वस्तु बना दिया तो
आगे भगवान हि मालिक है |अत: हमें सरकारों का भरो सा कम करके अपनी मूल्य परक
शिक्षा व्यवस्था को अपनाना चाहिए जो हमें इस जगंल राज से बचाएगा | क्योकि सरकार और
पुलिस
हर जगह पर नही जा सकती है उनकी भी एक सीमा है वे हर जगह नही जा सकती है | anand
swaroop DARAGANJ ALLAHABAD
लगता है पूर उत्तर प्रदेश मे अपराधियो का बोल बाला हो गया है कही पर भी क़ानून नाम
की कोई वस्तु रह ही नही गयी है
या अपराधी क़ानून को अपनी रखैल समझ लिया है| |चारो ओर जगल राज कायम हो गया है लोग
घर से निकलते है तो यह नही जानते है कि वह शाम को सकुशल वापस घर लोटे गे कि नहीं
|घर आने में देर हुयी कि नहीं घर वाले किसी अनिष्ट
कि आशंका से घिर जाते है| लड़कियों के लिए तो हालत और ख़राब हो गए है घर से निकलते
हि उनके उपर अनेक तरह के खतरे मडराने लगते जिन में अपहरण और बलात्कार घटनाये सबसे
जादा होती है| किसी से झगडा हुआ तो
उसको सबक सिखाने का सबसे अच्छा तरीका है होगया है कि उसकी बेटी का अपहरण कर लो या
तो उसके साथ बलात्कार कर दो | वह साला वैसे हि शर्म से मर जाये गा | कब कहा से कोइ
पागल आशिक आजाये और प्रेम में नाकाम
होने पर प्रेमिका के उपर तेजाब फेक दे|अथार्त हर जगह पूर समाज में केवल जगल राज
आगया है नैतिकता और मानवता को लोगो तिलांजलि दे दी है|ऐसा लगता है कि सरकारों के
हाथ से कानून व्यवस्था नीकल गयी है
अपराधियों ने हर जगह अपनी पैठ बना लिया है| पर इन सब के लिए सरकार से ज्यादा हम
लोग जिमेदार है जिन्होंने अपनी मूल्य परक संस्कृति को त्याग दियाहै|जहा पर स्त्री
माँ बहन और बेटी होती थी पर आज
तो वहा एक वस्तु बन गयी है जहा पहले हम " या देवी सर्वभूतेषू स्त्री रूपेण
सन्सिथा" कहते थे वही अब हम कहते है तू चीज बड़ी है मस्त मस्त" जब हमने उसको चीज
बना दिया अथार्त वस्तु बना दिया तो
आगे भगवान हि मालिक है |अत: हमें सरकारों का भरो सा कम करके अपनी मूल्य परक
शिक्षा व्यवस्था को अपनाना चाहिए जो हमें इस जगंल राज से बचाएगा | क्योकि सरकार और
पुलिस
हर जगह पर नही जा सकती है उनकी भी एक सीमा है वे हर जगह नही जा सकती है | anand
swaroop DARAGANJ ALLAHABAD
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