शुक्रवार, फ़रवरी 22, 2013

नकारा सुरक्षा तंत्र

 विस्फोटो और नकारा सुरक्षा तंत्र की कड़ी   मालेगाव मुम्बई वराणसी के बाद हैदराबाद का नाम जुड़ गया  है I  पर हिन्दू आतंकवाद के नाम पर राजनीति करने वाले हमारे गृहमंत्री महोदय बता सकते है कि इसके लिये कौन  जिम्मेदार है  आतंकवादी या हमारी नकारा नपुसंक सरकार I  आतंकवादी और पडोसी राष्ट्र का इस घटना में हाथ जरूर हो सकता है ,पर इसके लिए जिम्मेदार  हम है क्योकि उनका जन्म तो इसी के लिए हूआ है I वे अपना विकास नही कर सकते पर हमारे लिए समस्या जरूर पैदा करते रहते है  यह उनकी फितरत में सामिल है I प्रश्न यह उठता है कि हमारी नकारा और नपुंसक सरकार और उसका खुफिया तंत्र  क्या कर रही था । 
   आखिर क्या बात है कि वर्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के  बाद अमेरिका पर कोई भी आतंकी हमला नही  होता है। पर भारत पर रोज कोई न कोई हमला होता रहता है । हमारी अंधी बहरी सरकार के कान पर जूँ  तक नही   रेगती है  वह तो केवल पाकिस्तान और आंतकवादियो  कोस कर अपने कर्तव्य की इति श्री समझ लेती है । पर सरकार बता  सकती है कि जो अरबो रूपये हमसे टैक्स के रूप में उसूलती  है उसके बदले हमारी सुरक्षा  क्या सरकार की जिम्मेदारी यह नही है । क्या आम  जनता केवल  टैक्स देने की मशीन  जिस रोज एक  नया टैक्स  दिया जाय।  पर सुविधा के नाम पर टूटी सडके ,बिना पानी का नल , टूटी झोपड़ी और बदहाल कानून व्यवस्था । टैक्स का सरकार केवल एक उपाय  करना जानती है नेतावो और भ्रष्ट अधिकारियो का पेट भरना ,उनके  लिए आलिशान सुख सुविधा की व्यवस्था  करना। आम जनता तो साली  बेकूफ है जो उनका पेट भरती रहे ।    
   
 गृह मंत्री जी बताये की जनता सरकार  को टैक्स क्यों दे । जब सरकार हमारी सुरक्षा नही कर सकती है घर से बहार निकलते समय यह नही पता रहता है की शाम को घर वापस आयेगे या किसी अपराधी की  गोली का शिकार हो जाये  गे या किसी बम्ब के धमाके चिथड़े उड़ जायेगे  घर वालो को लाश भी  नशीब नही होगी । आखिर जब सरकार हम से  टैक्स  ले रही है तो हमारी सुरक्षा  भी तो सरकार की जम्मेदारी है ।  
         

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