मंगलवार, नवंबर 05, 2013

    खंड क १५ 

१  दिए गये गद्य  के आधार  प्रश्नो के  उत्तर दे।
 एक काफी अच्छे लेखक थे। वे राजधानी गए। एक समारोह में उनकी मुख्यमंत्री से भेंट हो गई। मुख्यमंत्री से उनका परिचय पहले से था। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा - आप मजे में तो हैं। कोई कष्ट तो नहीं है? लेखक ने कह दिया - कष्ट बहुत मामूली है। मकान का कष्ट। अच्छा सा मकान मिल जाए, तो कुछ ढंग से लिखना-पढ़ना हो। मुख्यमंत्री ने कहा - मैं चीफ सेक्रेटरी से कह देता हूँ। मकान आपका 'एलाट' हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने चीफ सेक्रेटरी से कह दिया कि अमुक लेखक को मकान 'एलाट' करा दो।
चीफ सेक्रेटरी ने कहा - यस सर।
चीफ सेक्रेटरी ने कमिश्नर से कह दिया। कमिश्नर ने कहा - यस सर।
कमिश्नर ने कलेक्टर से कहा - अमुक लेखक को मकान 'एलाट' कर दो। कलेक्टर ने कहा - यस सर।
कलेक्टर ने रेंट कंट्रोलर से कह दिया। उसने कहा - यस सर।
रेंट कंट्रोलर ने रेंट इंस्पेक्टर से कह दिया। उसने भी कहा - यस सर।
सब बाजाब्ता हुआ। पूरा प्रशासन मकान देने के काम में लग गया। साल डेढ़ साल बाद फिर मुख्यमंत्री से लेखक की भेंट हो गई। मुख्यमंत्री को याद आया कि इनका कोई काम होना था। मकान 'एलाट' होना था।
उन्होंने पूछा - कहिए, अब तो अच्छा मकान मिल गया होगा?
लेखक ने कहा - नहीं मिला।
मुख्यमंत्री ने कहा - अरे, मैंने तो दूसरे ही दिन कह दिया था।
लेखक ने कहा - जी हाँ, ऊपर से नीचे तक 'यस सर' हो गया।

क  - लेखक की  भेट किससे हुयी तथा  लेखक को क्या कष्ट था ?१/२+१/२  
 ख - प्रस्तुत गद्यांश का शीर्षक बताये तथा यह भी बताये  कि  शीर्षक आप ने किस कारण दिया १/२ +३/२
ग - " जी हाँ, ऊपर से नीचे तक 'यस सर' हो गया।" का अर्थ बताये । १ 
घ - प्रस्तुत गद्यांश के माध्यम से लेखक किसके ऊपर व्यंग किया है ?१

२- दिए गये पद्य के आधार  प्रश्नो के  उत्तर दे

"ये अश्रु राम के" आते ही मन में विचार,
उद्वेल हो उठा शक्ति खेल सागर अपार,
हो श्वसित पवन उनचास पिता पक्ष से तुमुल
एकत्र वक्ष पर बहा वाष्प को उड़ा अतुल,
शत घूर्णावर्त, तरंग भंग, उठते पहाड़,
जलराशि राशिजल पर चढ़ता खाता पछाड़,
तोड़ता बन्ध प्रतिसन्ध धरा हो स्फीत वक्ष
दिग्विजय अर्थ प्रतिपल समर्थ बढ़ता समक्ष,
शत वायु वेगबल, डूबा अतल में देश भाव,
जलराशि विपुल मथ मिला अनिल में महाराव
वज्रांग तेजघन बना पवन को, महाकाश
पहुँचा, एकादश रूद क्षुब्ध कर अट्टहास।
रावण महिमा श्यामा विभावरी, अन्धकार,
यह रूद्र राम पूजन प्रताप तेजः प्रसार,
इस ओर शक्ति शिव की दशस्कन्धपूजित,
उस ओर रूद्रवन्दन जो रघुनन्दन कूजित,
करने को ग्रस्त समस्त व्योम कपि बढ़ा अटल,
लख महानाश शिव अचल, हुए क्षण भर चंचल,
श्यामा के पद तल भार धरण हर मन्दस्वर
बोले "सम्वरो, देवि, निज तेज, नहीं वानर
यह, नहीं हुआ श्रृंगार युग्मगत, महावीर।
अर्चना राम की मूर्तिमान अक्षय शरीर,
चिर ब्रह्मचर्यरत ये एकादश रूद्र, धन्य,
मर्यादा पुरूषोत्तम के सर्वोत्तम, अनन्य
लीलासहचर, दिव्य्भावधर, इन पर प्रहार
करने पर होगी देवि, तुम्हारी विषम हार।

क-   प्रस्तुत काव्य में श्री राम के आँखों में आसुँ  देख कर कौन  उद्वेल हो उठा। १
ख-  शिव  क्षण भर  के लिए चंचल क्यों हो जाते है ? १
ग - विभावरी ,अनिल,एकादश रूद्र ,व्योम, सागर, कपि  का अर्थ बताये ।१/२ +१/२ +१/२+१ /२+१/२+१/२
घ -शिव जी ने  हनुमान जी का  गुण गान  में क्या क्या  कहाँ ।? २
इ.-   इस काव्य में कौन सा रस और भाषा है । २

च-  पुरूषोत्तम , सर्वोत्तम का संधि विच्छेद करे । १/२+१/२
             
                            खंड ख
३ दिए गये पद्यो के आधार  प्रश्नो के  उत्तर दे
१   mlls iwNsaxs rks vki D;k vikfgt gSa\
    rks vki D;ksa vikfgt gSa\
    vkidk vikfgtiu rks nq[k nsrk gksxk
    nsrk gS\
    dSejk fn[kkvks bls cM+k cM+k
    gk¡ rks crkb, vkidk nq[k D;k gS
    tYnh crkb, og nq[k crkb,
    crk ugha ik,xk
 v^kfydk ugha gS js
    vkrad&Hkou
   lnk iad ij gh gksrk
   ty&foIyo&Iykou]
  {kqnz प्रफुल्ल  tyt ls
  lnk Nydrk uhj]
 jksx&'kksd esa Hkh g¡lrk gS
 'kS'ko dk lqकुekj 'kjhjA
 jQ¼ dks"k gS] {kqCèk rks"k

 3  èkwr dgkS] voèkwRk dgkS] jtiwrq dgkS] tksygk dgkS dksmA
dkgw dh csVhlksa csVk u C;kgc] dkgwdh tkfr fcxkj u lksmAA
rqylh ljuke xqykeq gS jke dks] tkdks रुpS lks dgS dNq vksmA
ek¡fx कै [kScks] elhr dks lksbcks] yScksdks एकु  u nScdks nksÅA

4eSa fut jksnu esa jkx fy, fQjrk gw¡]
'khry ok.kh esa vkx fy, fiQjrk gw¡]
gksa ftl ij Hkwiksa के izklkn fuNkoj]
eSa og [kaMgj dk Hkkx fy, fiQjrk gw¡A

 eSa Lusg&lqjk dk iku fd;k djrk gw¡]
eSa dHkh u tx dk è;ku fd;k djrk gw¡]
tx iwN jgk mudks] tks tx dh xkrs]
eSa vius eu dk xku fd;k djrk gw¡!

eSa fut mj ds mn~xkj fy, fiQjrk gw¡]
eSa fut mj ds migkj fy, fQjrk gw¡
gS ;g viw.kZ lalkj u eq>dks Hkkrk
eSa LoIuksa dk lalkj fy, fQjrk gw¡!
 क&  yScksdks एकु  u nScdks nksÅA मुहावरे का अर्थ बताये तथा इस पद में   किस छंद का प्रयोग हूवा      है  । २ 
ख & अनुप्रास अलंकार का उदाहरण छांटे । १
ग & चारो पदो  लेखक का नाम बताये ।२  

घ &  vikfgt से क्या प्रश्न किया जाता \१ 
इ &  क्या vikfgt उत्तर देता है \१  
च & अट्टाfydk ugha gS   js vkrad&Hkou  का आशय स्पष्ट करे।१
  
छ&  iad]tyt]Hkwi ]dks"k  का अर्थ स्पष्ट करे \२

ज&  èkwr dgkS] voèkwRk dgkS] के पद का कवि  समाज से क्या कहते है तथा अपना जीवन किस प्रकार जीता  है \ ३  
झ &  कवि क्या क्या लेकर फिर रहा है । १  

अ & jksx&'kksd esa Hkh  कौन हँसता है । १ 

ट&कवि जग का ध्यान क्यों नही करता है \१ 
ठ&संसार किस को पूछता है तथा कवि को क्यों नही पूछता है \ २
इ&कवि कौन संसार लिए फिरता है \१ 

४ दिए गये गद्यों  के आधार  प्रश्नो के  उत्तर दे।सभी अनिवार्य है 


1 tkfr&izFkk dks ;fn Je foHkktu eku fy;k tk,] rks ;g LokHkkfod foHkktu ugha  gS] D;ksafd ;g euq"; dh रुfp ij vkèkkfjr ugha gSA oqQ'ky O;fDr ;k l{ke&Jfed&lekt dk fuekZ.k djus के  fy, ;g vko';d gS fd ge O;fDr;ksa dh {kerk bl lhek rd fodflr djsa] ftlls og viuk is'kk ;k dk;Z dk pquko Lo;a dj lके A bl सिद्धांत के  foijhr tkfr&izFkk dk nwf"kr सिद्धांत ;g gS fd blls euq"; osQ izf'k{k.k vFkok mldh futh {kerk dk fopkj fd, fcuk] nwljs gh n`f"Vdks.k tSls ekrk&firk osQ lkekftd Lrj osQ vuqlkj] igys ls gh vFkkZr xHkZèkkj.k osQ le; ls gh euq"; dk is'kk fuèkkZfjr dj fn;k tkrk gSA

क& यह पंक्ति किस लेखक कि है \१ 
&लेखक ने जाति प्रथा के किस  सिद्धांत के बारे में बताया है और उसकी  कि किस प्रकार से आलोचन कि है \ २ 

२ pkyhZ के  furkar  vHkkjrh; lkSan;Z'kkL=k dh bruh O;kid Lohकृfr ns[kdj jktdiwj us Hkkjrh; fQYeksa dk ,d lcls lkgfld iz;ksx fd;kA ^vkokjk* flZQ ^fn VSªEi* dk 'kCnkuqokn gh ugha Fkk cfYd pkyhZ dk Hkkjrh;dj.k gh FkkA og vPNk gh Fkk fd jktdiwj us pSfIyu dh udy djus के  vkjksiksa dh ijokg ugha dhA jktdiwj के  ^vkokjk* vkSj ^Jh 420* के  igys fQYeh uk;dksa ij g¡lus dh vkSj Lo;a uk;dksa के vius ij g¡lus dh ijaijk ugha FkhA 1953&57 के chptc pSfIyu viuh xSj&VSªEiuqek vafre fQYesa cuk jgs Fks rc jktdiwj pSfIyu dk ;qok vorkj ys jgs FksA fQj rks fnyhi कुekj (ckcqy] 'kcue] dksfguwj] yhMj] xksih] nso vkuan (ukS nks X;kjg] Qन्Vw'k] rhu nsfo;k¡] 'kEeh diwj] vferkHk cPpu (vej vdcj ,aFkuh rFkk Jhnsoh rd fdlh&uk&fdlh :i ls pSfIyu dk कर्ज  Lohdkj dj pqके  है। 

क &jktdiwj ने किन   vkjksiksa dh ijokg ugha dh\१ 

ख लेखक ने किस परंपरा का उल्लेख किया \१
ग &लेखक के अनुसार  कौन&कौ  pSfIyu dk कर्ज  Lohdkj dj pqके  है।२


३  lsod&èkeZ esa guqeku th ls Li¼kZ djus okyh HkfDru fdlh vatuk dh iq=h u gksdj ,d vukeèkU;k xksikfydk dh dU;k gS;uke gS yNfeu vFkkZr y{ehA ij tSls esjs uke dh fo'kkyrk esjs fy, nqoZg gS] oSls gh y{eh dh le`f¼ HkfDru osQ diky dh oqQafpr js[kkvksa esa ugha c¡èk ldhA oSls rks thou esa izk;% lHkh dks vius&vius uke dk fojksèkkHkkl ysdj thuk iM+rk gS_ ij HkfDru cgqr le>nkj gS] D;ksafd og viuk le`f¼&lwpd uke fdlh dks crkrh ugh । 

क  इस पाठ का लेखक कौन है \१ 
ख HkfDru cgqr le>nkj है  ऐसा क्यों कहा गया है १ 
ग HkfDru का वास्तविक नाम क्या था \१

दिए गये पद्यो के आधार  प्रश्नो के  उत्तर दे

fdlch] fdlku&कुy] cfud] fHk[kkjh] HkkV]
pkdj] piy uV] pksj] pkj ] psVdhA
isVdks i<+r] xqu x<+r] p<+r fxfj]
vVr xgu&xu vgu v[ksVdhAA
m¡Qps&uhps dje] èkje&vèkje dfj]
isV gh dks ipr] cspr csVk&csVdhA
^rqylh* cq>kb ,d jke ?kuL;ke gh rsa]

vkfx cM+okfxrsa cM+h gS vkfx isVdhAA
क &दिए गये काव्य भाव लिखे । ३ 
ख& इस कविता का काव्य सोंदर्य और भाषा सोंदर्य को लिखे । ३  

६&दिए गये प्रश्नो में से किन्ही१०प्रश्नो केउत्तर लिख&प्रश्न   ड़अनिवार्य है   *२०* 

क&लोगो ने काले मेघा पानी दे पाठ में लडको कि टोली को मेढक मंडली क्यों कहाँ \ यह टोली अपने को इन्दर सेना क्यों कहती थी \ 

ख&बाजार दर्शन  पाठ के आधार पर बताइए कि पैसे कि पावर को किन दो रूपों में प्राप्त किया जाता है  

ग&भक्तिन की बेटी पर  पंचायत द्वारा जबरन पति थोपा जाना स्त्री के मानवाधिकारो को कुचलने कि पंरपरा का प्रतीक है । इस कथन पर तर्कसम्मत टिप्पणी  करे ।   
घ&जीवन कि जददोजहद ने चार्ली के व्यक्तित्व को संम्पन्न  बनाया\ 
इ&लेखक ने शिरीष को कालजयी अवधूत कि तरह क्यों माना है \  
च&हाय] वह अवधूत आज कहाँ है।ऐसा कह कर हजारी प्रसाद द्विवेदी  ने आत्मबल पर देह बल के वर्चस्व की वर्त्तमान सभ्यता के संकट की ओर संकेत किया है । कैसे \
छ&जाति प्रथा भारतीय समाज में बेरोजगारी व भूखमरी का भी एक कारण कैसे बनती है \ 
ज&डॉ अम्बेडकर समता को कैसी वस्तु मानते है तथा क्यों \
झ& शीतल वाणी में आग के होने का अभिप्राय है \
अ&कवि को संसार अपूर्ण क्यों लगता है \
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ट&भाषा कि सहूलियत से बरतने से अभिप्राय है \
ठ&विप्लव के रव से छोटे ही है शोभा पाते का आशय स्पष्ट करे \
ड़&तुलसीदास जी ने कौन सी आग को सबसे भयंकर बताया है\ कारण सहित बताये \
७&दिए गये प्रश्नो  के उत्तर लिखे 
 क &सिन्धु&  सभ्यता साधन संपन्न थी पर उसमें भव्यता का आडंबर नहीं था। कैसे\३    
ख &प्रकृति प्रदत प्रजनन शक्ति के उपयोग का व् अधिकार बच्चे पैदा करे या न करे अथवा कितने बच्चे पैदा करे इस कि स्वतंत्रता स्त्री से छीन कर हमारी विश्व व्यवस्था ने न स्त्री को व्यक्तित्व विकास के अनेक अवसरों से वंचित कर दिया है बल्कि जनाधिक्य कि समस्या भी पैदा कि है । ऐन के डायरी के अंशो के आधार पर व्यक्तविचारो के सन्दर्भ में इस कथन का औचित्य ढूँढे ।३   
ग&सिल्वर वैंडिंग में यशोधर बाबू किशनदा के आदर्श को त्याग क्यों नही पाते है \३ 
घ&पार्टी में यशोधर बाबू का व्यवहार आपको कैसा लगता है\ सिल्वर वैडिंग  कहानी के आधार पर बताये । ३ 
इ& टूटे-&फूटे खंडहर] सभ्यता और संस्कृति के साथ साथ धड़कती जिंदगियों के अनछूए समयों का दस्तावेज है&इस कथन का भाव स्पष्ट करे।
                         खंड ग 
८ दिए गये विषय में से किसी एक पर२०० शब्दों में निबंध लिखे ५ 

क&भारत के विकास में युवा वर्ग को योगदान  ख-&भारतीय संस्कृति और विद्यार्थी    ग&परमाणु शक्ति सम्पन भारत 

९& दिए गये विषय में से किसी एक पर१००शब्दों में  आलेख लिखे । ५ 
   क&२जी घोटाला 
   ख&प्रदूषण& जलऔर वायु  
१०   पाँच प्रश्नो के उत्तर दे & ५ 
क&  आजादी के बाद पत्रकारिता में किस प्रकार का बदलाव आया \
ख&  हिन्दी का पहला साप्ताहिक पत्र कौन से था \इसके सम्पादक का        नाम बताया \
ग&   पेज थ्री पत्रकारिता का आशय क्या है \
घ&   फ्रीलांसर पत्रकार किन्हे कहते है \
इ&    समाचारों के मुखड़े में किन ककरो का प्रयोग किया जाता है \
च&  समाचार &लेखन के छह ककार बताइए\
छ&  डेड लाइन से आप क्या समझते है \ 



     









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