बादलो के घेरे कहानी के लेखक ---- कृष्णा सोबती है
पचपन खम्भे लाल दीवारे की लेखिका -- उषा प्रियंवदा है
मार्कन्डे का पहला कहानी संग्रह --पानफूल है
पान फूल का प्रकाशन १९५४ में किया गया था ।
नये बादल (१९५७) कहानी के कहानीकार कौन थे -- मोहन राकेश
नामवर सिंह ने पहली नई कहानी किसे माना है-- परिंदे
मोहन राकेश का पहला कहानी संग्रह -- इन्सान का खण्डहर
राजेन्द्र यादव का पहला कहानी संग्रह -- लहरे और परछाइया(१९५०)
कमलेश्वर का पहला कहानी संग्रह -- राजा nirbansiya (१९५७)
निर्मल वर्मा का पहला कहानी संग्रह -- परिंदे (१९६०)
हरी शंकर परसाई का पहला कहानी संग्रह -- हंसते है रोते है
शिव प्रसाद सिंह का पहला कहानी संग्रह-- आर पारकी माला
शानी का पहला कहानी संग्रह - -- बबूल की छाँव(1958)
उषा प्रियंवदा का पहला कहानी संग्रह -- फिर बसंत आया
मन्नू भंडारी का पहला कहानी संग्रह -- मै हार गयी(१९५७)
कहानी कहानीकार
गुलरा का बाबा मार्कन्डे
दादी माँ शिव प्रसाद सिंह
चीफ की दावत भीष्म शाहनी
एक खुली हूई साँझ राजेन्द्र यादव
अपरिचित मोहन राकेश
माया दर्पण निर्मल वर्मा
कोसी घटवार शेखर जोशी
वापसी चन्द्र गुप्त विद्यालंकर
लन्दन की एक रात निर्मल वर्मा
पिरामिड , राज कमल चौधरी
भूगोल का प्रारम्भिक ज्ञान राज कमल चौधरी
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