मंगलवार, सितंबर 01, 2015

माँ



                                 
ओ माँ  देखि जबसे दुनिया,.
 तेरी ममता ही पाई माँ ,
 दरिया से बड़ा तेरा दिल
 है मेरी माँ /
ये जीवन सुना तुझ बिन
तेरे  कदमो में ज़न्नत माँ / 
रब से मिली सबसे बड़ी
दें तू है माँ//
वो बचपन की यादें ,,
तेरी कही वो सारी बातें,
 न बुरी बात आने दी पास,
हर कदम पे रही मेरे साथ///
भगवन से कोई न मिला हैं .,
इसलिए माँ तू बनी है /
 मैंने मन जो भी बना हु //
ये सब तेरी ही दुआ है///
इश्वर से मेरी यही है आश!
हर जनम में रहू तेरे साथ
हर जनम में रहू तेरे साथ !!!!
                
                    अमृता मिश्रा 
                     xi विज्ञान (केंद्रीय विद्यालय डिब्रूगढ़ )

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