निम्न गद्यांश को
ध्यानपूर्वक पढ़िए व दिए गए प्रश्नों के आधार के उत्तर दीजिए -
एक आदमी था | उसे अपना घर
अमंगल प्रतीत होने लगा ,तो वह किसी गाँव में चला गया |वहां उसे गन्दगी दिखाई दी
,तो जंगल में चला गया |जंगल में एक आम के पेड़ के नीचे बैठा था कि एक पक्षी ने उसके
सिर पर बीट कर दी | ‘यह जंगल भी अमंगल है’ –ऐसा कह कर वह नदी में जा खड़ा हुआ | नदी
में उसने देखा की बड़ी मछलियाँ छोटी मछलियों को खा रही हैं ,तब तो उसे बड़ी घिन लगी
|‘अरे ,यह तो सारी सृष्टि ही अमंगल है
|यहाँ मरे बिना छुटकारा ही नहीं , ऐसा सोचकर वह पानी से बाहर आया और आग जलाई |उधर
से एक सज्जन आये और बोले –“भाई ,यह मरने की तैयारी क्यों ?”“यह संसार अमंगल है इसलिए !”-वह बोला |उस सज्जन ने उत्तर दिया –“तेरा यह गन्दा शरीर
, यह चर्बी यहाँ जलने लगेगी ,तो यहाँ कितनी बदबू फैलेगी |हम यहां पास ही रहते हैं
|तब हम कहाँ जायेंगे ? एक बाल के जलने से ही कितनी दुर्गन्ध आती है !फिर तेरी तो
सारी चर्बी जलेगी ! कितनी दुर्गन्ध फैलेगी ,इसका भी तो कुछ विचार करो !वह आदमी
परेशान होकर बोला –“इस दुनिया में न जीने की सुविधा है और न मरने की
ही ,तो अब करूं क्या ?”
क) आदमी गाँव क्यों गया
क – शहर में कष्ट होने के
कारण ख – गाँव में परिवार होने के
कारण
ग – शहर में अशांति होने के
कारण घ – घर अमंगल होने के कारण
ख) गाँव में उसे क्या बाधा दिखी
क – झगड़ा-झंझट दिखाई
पड़ा ख- गन्दगी दिखाई दी
ग – लोगों की ईर्ष्या दिखाई
दी घ – सुविधाओं का अभाव था
ग) नदी में उसने क्या देखा
क – गंदगी बह रही थी |
ख – बड़ी मछलियाँ छोटी
मछलियों को खा रही थीं |
ग – नदी की धारा तेज बह रही
थी |
घ – नदी में जानवरों की लाश
बह रह
घ) आग जलाने का क्या प्रयोजन था ?
क –अँधेरे में प्रकाश
करना ख – खाना पकाना
ग – सहित बाधा से
बचाना घ – मरने के लिए चिता
बनाना
ड.) उस आदमी ने परेशान होकर
क्या कहा
क –दुनिया में सुख-साधन
बहुत है
ख – दुनिया में जीने या
मरने की सुविधा नहीं ह
ग – दुनिया में कोई किसी का
साथी नही
घ – दुनिया में कोई सुखी
नहीं ह
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