भक्तमाल,चौरासी वैष्णव की वार्ता,दो सौ बावन वैष्णव की वार्ता ( इन
सभी ग्रंथो में कवियों के जीवन परिचय का
उल्लेख किया गया परन्तु इतिहास परक दृष्टिकोण नही रहा है |)
हिन्दी साहित्य के इतिहास को
लिखने का पहला प्रयास करने का श्रेय
फ्रेंच विद्वान ग्रार्सा डी तासीको दिया जाता है |इनके ग्रन्थ का नाम इसवार द लासितरेत्युर रहुई ए हिन्दुस्तानी |इस ग्रंथ
में अंग्रेंजी के वर्णों के अनुसार उर्दू और हिन्दी के कवियों का वर्णन किया गया
है |परन्तु काल विभाजन नहीं किया गया |
शिव सिंह सेगर—शिव सिंह सरोज (1 हजार कवियों के जीवन चरित्र और उनकी
रचनाओं का वर्णन किया गया है )
जार्ज ग्रियसन-दि माडर्न वर्नाक्यूलर लिटरेचर आँफ हिन्दुस्तानी (पहली
बार काल विभाजन करने का प्रयास किया गया | इन्होने हिन्दी साहित्य को कुल 11 भागो
में बाटा है- (1)चारण काल(2)पंद्रहवी शती का धार्मिक पुनर्जागरण काल (3)जायसी की
कविता(4)ब्रज का कृष्णा-सम्प्रदाय(5)मुग़ल दरबार(6)तुलसीदास(7)रीति काव्य(8)तुलसीदास
के परवर्ती (9 )अट्ठारहवीं शताब्दी(10)कंपनी के शासन के अधीन भारत(11)महारानी विक्टोरिया
के शासन में हिन्दुस्थान
मिश्र बन्धु( गणेश बिहारी,माननीय श्याम बिहारी मिश्र,रायबहादुर
शुकदेवबिहारी मिश्र,1913)- सफल काल विभाजन-
इनका विभाजन इस प्रकार है-
आरंभिक काल/पूर्वारम्भिक काल (600-1343 वि)
उत्तराम्भिक
काल (1344-1444वि.)
माध्यमिक काल/पूर्व माध्यमिक
काल (1445-1560 )
प्रोढ़ माध्यमिक
काल(1561-1580 )
अलंकृत काल/पूर्वालंकृत काल (1681-1790)
उत्तरालंकृत काल(1791-1889)
परिवर्तन काल (1890-1925 वि.)
वर्तमान काल (1926 वि. से अब तक )
रामचन्द्र शुक्ल—हिन्दी साहित्य का इतिहास ( 1929)- इन्होने
सर्वमान्य काल विभाजन किया,जो आज भी थोड़े बहुत परिवर्तन के सभी इतिहासकार द्वारा
मान्यता प्राप्त है |
आदिकाल (वीरगाथा काल)-संवत (1050-1375)
पूर्व मध्यकाल (भक्तिकाल)- संवत्(1375-
उत्तर मध्यकाल(रीतिकाल)संवत् 1700-से 1900
आधुनिक काल(गद्य काल )संवत् 1900 से अब तक
बाबू श्याम सुन्दर दास—आदि काल (वीरगाथा का युग 1000 से 1400संवत् तक )
पूर्व मध्य काल-भक्ति का युग (संवत् 1400 से 1700 संवत् तक )
उत्तर मध्य काल-रीति ग्रंथो का युग,संवत् 1700 से 1900 तक
आधुनिक युग (नवीन विकास का युग ,संवत् 1900 अब तक
गणपति चंद्र गुप्ता- हिन्दी साहित्य का वैज्ञानिक इतिहास |इनका विभाजन
इस प्रकार से है |
प्रारंभिक काल (1184-1350 ई )
पूर्व मध्य काल (1350-1600 ई )
उत्तर मध्य काल (1600-1857ई)
आधुनिक काल (1857 ई )
डॉ.नगेन्द्र--- हिन्दी साहित्य का वृहद् इतिहास
आदिकाल -7वीं शती के मध्य से 14वीं शती के मध्य तक
भक्तिकाल-14वीं शती के मध्य से 17वीं शती के मध्य तक
रीतिकाल 17 वीं शती के मध्य से 19वीं शती के मध्य तक
आधुनिक काल 19वीं शती के मध्य से अब तक
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें