रविवार, दिसंबर 10, 2023

भारतीय भाषा उत्सव के बारे में कुछ तथ्य

भारतीय भाषा उत्सव के  बारे में कुछ तथ्य

भारत सरकारप्रसिद्ध तमिल कवि और स्वतंत्रता सेनानी महाकवि चिन्नास्वामी सुब्रमण्यम भारती के जन्मदिन (11 दिसंबर) को भारतीय भाषा दिवस के रूप में मना रही है। 28 सितंबर, 2023 को शुरू हुआ भारतीय भाषा उत्सव 75 दिनों तक चला  और 11 दिसंबर, 2023 को समाप्त हो गया । इस दौरान स्कूलों और उच्च शिक्षा संस्थानों में भारतीय भाषाओं से संबंधित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गएँ ।

  • हमारे देश की समृद्धि  उसकी  सांस्कृतिक, जातीय एवं भाषाई विविधता से परीलक्षित होती है l हमारी संस्कृति  हमें सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से समृद्ध बनती हैl  भाषा संगम एक भारत श्रेष्ठ भारत की पहल के तहत स्कूल में युवा शिक्षार्थियों की बीच भाषण को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के द्वारा शुरू  की गयी एक पहल है l इसके अंतर्गत 22 भारतीय भाषाओं के दैनिक उपयोग में आने वाले बुनियादी वाक्य के सीखने के लिए प्रयास किया जाता है |इसके पीछे सरकार की मंशा यह है कि लोग अपनी मातृभाषा के अलावा अन्य भारतीय भाषाओं की बुनियादी बातचीत संबंधी कौशल हासिल करें l 22 भारतीय भाषाओं को सीखने के लिए भाषा संगम मोबाइल एप सरकार ने लांच किया हैl
  •  इस वर्ष का कार्यक्रम तमिल  भाषा के महाकवि सुब्रमण्यम भारती के याद में मनाया जा रहा है भारती जी का जुड़ाव एट्टय पुरम राज  घराने  करने से रहा है l इनका जन्म 11 दिसंबर 1882 को एक तमिल परिवार में हुआ था |11 वर्ष की अवस्था से ही कवि सम्मेलनों में जाने लगेl 11 वर्ष की अल्प आयु  में इनका विवाह कर दिया गया   तथा  बहुत ही कम आयु में भारत की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी में अपनी बुआ के पास आ गए जहां उनका परिचय अध्यात्म और राष्ट्रवाद से हुआ काशी में उनका संपर्क भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा निर्मित हरिश्चंद्र मंडल से रहा वहां उनका संपर्क श्रीमती एनी बेसेंट से भी हुआ |

   भारतीय जी   का आजादी के आंदोलन में विशेष योगदान रहा शासन के विरुद्ध स्वराज सभा के आयोजन के लिए भारतीय जी को कई बार  जेल जाना पड़ा कलकत्ता में बम बनाना पिस्टल चलाना और गोरिल्ला युद्ध का प्रशिक्षण लिया गरम दल के नेता लोकमान्य तिलक के संपर्क में भी रहे l 1917 में हुए गांधी जी के संपर्क में आए और 1920 में असहयोग आंदोलन में सहभागी हुए l  बंकिमचन्द्र चटर्जी के वंदे मातरम का इन्होंने तमिल भाषा में पद्यअनुवाद किया आगे चलकर के तमिलनाडु के घर-घर में यह  गूंज उठा l

 आजादी के आंदोलन में भाग लेने के कारण इन्हें अंग्रेज सरकार ने जेल में बंद कर दिया था जहां इनका स्वास्थ्य खराब होने लगा 11 सितंबर 1921 को इनका निधन हो गया |

  हम देखते हैं कि यह न केवल कवि और लेखक थे बल्कि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे

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o    भाषा संगम: के बारे में कुछ तथ्य

·         यह 22 भारतीय भाषाओं (आठवीं अनुसूची की भाषाएँ) के दैनिक उपयोग में आने वाले बुनियादी वाक्य सिखाने के लिये एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत शिक्षा मंत्रालय की एक पहल है।

·         इसे राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा विकसित किया गया है।

·         इसके पीछे यह विचार है कि लोगों को अपनी मातृभाषा के अलावा किसी अन्य भारतीय भाषा में बुनियादी बातचीत संबंधी कौशल हासिल करना चाहिये।

o    यह दीक्षाई-पाठशाला और 22 पुस्तिकाओं के माध्यम से उपलब्ध है।

o    शुरू की गई अन्य पहलों में भाषा संगम मोबाइल एप और एक भारत श्रेष्ठ भारत (EBSB) क्विज़ एप शामिल हैं।

 

 

 

 


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